आज के इस वैज्ञानिक युग में , अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान । विज्ञान है भल सेवक मानव आज के इस वैज्ञानिक युग में , अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान । विज्ञान है भ...
यह नज़ारा देख रही औरत की नन्ही बच्ची सबक ले रही है और मन ही मन तय कर रही है कभी अम्मी जैसा ख़्वाब ... यह नज़ारा देख रही औरत की नन्ही बच्ची सबक ले रही है और मन ही मन तय कर रही है क...
मै एक नारी हूं मै आधी आबादी हूं, मै इस संसार को चलाने वाली हूं! मै एक नारी हूं मै आधी आबादी हूं, मै इस संसार को चलाने वाली हूं!
किसका डर नहीं यही है रिश्तों की मजबूती किसका डर नहीं यही है रिश्तों की मजबूती
जरा सी अपनी जरा सी ली हुई सी। जरा सी अपनी जरा सी ली हुई सी।
कभी चांद फिर कभी चांदनी कहलाती। कभी चांद फिर कभी चांदनी कहलाती।